आयुर्वेद और होम्योपैथ के तरीकों से बढ़ाएं इम्यूनिटी, कोरोना से बचने में मिलेगी मदद

आयुर्वेद और होम्योपैथ के तरीकों से बढ़ाएं इम्यूनिटी, कोरोना से बचने में मिलेगी मदद

सेहतराग टीम

चीन से फैले कोरोना वायरस ने इस समय पूरे दुनिया में तबाही मचाई है। इसका असर अब भारत में भी देखने को मिल रहा है। भारत में लगातार बढ़ते मामलों के बीच पीएम मोदी ने देश भर में 3 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा की थी लेकिन हालात अभी भी काबू से बाहर ही हैं, जिसके पीछे कई कारण है। इतना ही नहीं मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने भाषण में लोगों को नोवल कोरोनवायरस से खुद को सुरक्षित रखने के लिए कुछ उपायों का पालन करने की सलाह भी दी। दरअसल  इस वायरस से निपटने के लिए लोगों की इम्यूनिटी का मजबूत होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि ये वायरस उन लोगों को अपना शिकार बनाता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। आयुष मंत्रालय द्वारा हमारी प्रतिरक्षा यानी की इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए सुझाए गए घरेलू उपचार भी मोदी की ही कहीं बातों का हिस्सा है। 

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आयुष मंत्रालय ने इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कुछ बुनियादी टिप्स का पालन करने की सलाह दी है, जैसे कि उबले हुए तुलसी के पानी को घूंट-घूंट कर पीना, अदरक या लहसुन को पीस कर खाना, समय पर सोना, ताजा भोजन करना और योग्य प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में योग और प्राणायाम का अभ्यास करना। आयुष मंत्रालय के इन टिप्स को फॉलो कर आप अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं। 

कोरोना को रोकने के लिए आयुष मंत्रालय का प्लान और सलाह

कोरोना की रोकथाम के लिए आयुष मंत्रालय ने एक खाका तैयार किया है, जिसे चार खंडों में शामिल किया गया हैं - पहला है रोकथामदूसरा है COVID 19 के लक्षणों का प्रबंधन, तीसरा है पारंपरिक देखभाल और चौथा है सामान्य निवारक उपाय। इसके साथ ही कोरोना की रोकथाम के लिए मंत्रालय ने वैकल्पिक चिकित्सा के चार स्तंभों- आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी और सिद्ध के महत्व पर भी जोर दिया है। मंत्रालय की एडवाइजरी में सर्दी के इलाज के लिए एक चुटकी काली मिर्च पाउडर के साथ शहद के सेवन को बढ़ाने की भी सलाह दी गई है और साथ ही लोगों को हेवी खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दी गई है। तो आइए जानते हैं  कि आप कैसे आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी और सिद्धा के अंतर्गत अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं।

आयुर्वेद के साथ कैसे बढ़ाएं इम्यूनिटी 

गिलोय से बनी एक आयुर्वेदिक दवा संशमनी वटी का उपयोग सभी प्रकार के बुखार, कमजोरी और एनीमिया को ठीक करने के लिए जाना जाता है। आपको दिन में दो बार इसका सेवन जरूर करना चाहिए।

होम्योपैथी से बढ़ाएं इम्यूनिटी

इम्यूीनिटी बढ़ाने के लिए होम्योपैथी में आर्सेनिकम एल्बम 30 के सेवन की सलाह दी जाती है। यह दवा श्वसन संक्रमण के मामले में एक आम नुस्खा है और यह आपको आम संक्रमण से बचाने का भी काम करती है। मंत्रालय की एडवाइजरी में उपलब्ध कराई गई सभी सिफारिशों के लिए शोध के 33 पीस इस दावे का समर्थन करते हैं। आयुष मंत्रालय द्वारा 31 मार्च को जारी एक अन्य एडवाइजरी में सुबह उठकर च्यवनप्राश खाने और दिन में एक या दो बार हर्बल चाय का सेवन करने की सिफारिश की गई है। इतना ही नहीं लोगों लोगों को दिन में दो बार - हल्दी वाला दूध पीने की भी सलाह दी गई है। 

यूनानी के जरिए कैसे बढ़ाएं इम्यूनिटी 

यूनानी चिकित्सा पद्धति के अंतगर्त  इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आपको पानी में बहेन्दना, उन्नाब, सैपिस्तान (Behindana, Unnab, sapistan) को उबालकर बनाए गए काढ़े को पीने की सलाह दी गई है। 

सिद्ध चिकित्सा पद्धति के जरिए बढ़ाएं इम्यूनिटी

सिद्ध चिकित्सा पद्धति के तहत, इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए निलेवम्बु कुदिनेर के काढ़े के सेवन की सलाह दी जाती है, जो कि मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे वायरल संक्रमणों के कारण होने वाले बुखार के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली नौ जड़ी बूटियों का एक संयोग है।

 

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